खेल मंत्रालय का बड़ा कदम, अध्यक्ष संजय सिंह सहित WFI की नई कार्यकारणी निलंबित

By: Shilpa Sun, 24 Dec 2023 3:36:30

खेल मंत्रालय का बड़ा कदम, अध्यक्ष संजय सिंह सहित WFI की नई कार्यकारणी निलंबित

नई दिल्ली। रेसिलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) पर खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया है। मंत्रालय ने रविवार को नवनिर्वाचित भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष संजय सिंह समेत पूरी नवनिवार्चित टीम को पद से अगले आदेश तक निलंबित कर दिया। संजय सिंह ने इस वर्ष के अंत से पहले उत्तर प्रदेश के गोंडा स्थित नंदिनी नगर में अंडर-15 और अंडर-20 जूनियर नेशनल चैंपियनशिप के आयोजन की घोषणा की थी। इसके बाद खेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लिया।

खेल मंत्रालय ने कहा कि नेशनल चैंपियनशिप की घोषणा जल्दबाजी में की गई और उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया। मंत्रालय ने यह भी कहा कि नया संघ पिछले पदाधिकारियों के पूर्ण नियंत्रण में प्रतीत होता है, जिनके खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए गए थे। गौरतलब है कि डब्ल्यूएफआई का अध्यक्ष बनने के बाद संजय सिंह ने बृजभूषण सिंह से उनके आवास पर मुलाकात की थी। 21 दिसंबर 2023 को कुश्ती संघ का चुनाव हुआ था। काफी देरी के बाद यह चुनाव हुए थे।

गौरतलब है कि संजय सिंह के अध्यक्ष बनने के बाद दिग्गज पहलवान साक्षी मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कुश्ती छोड़ने का एलान कर दिया था। उनके बाद बजंरग पूनिया ने पद्मश्री लौटा दिया था। उनके अलावा हरियाणा के पैरा एथलीट वीरेंद्र सिंह ने पद्मश्री लौटाने का एलान कर दिया था। खेल मंत्रालय ने साथ ही WFI प्रेसिडेंट संजय सिंह द्वारा लिए गए सभी फैसलों पर भी रोक लगा दी है। खेल मंत्रालय की तरफ से अगले आदेश तक किसी भी तरह की गतिविधि पर पूरी तरह से रोक लगाने का फैसला किया गया है।

खेल मंत्रालय ने अपने निर्देश में कहा, WFI के नवनिर्वाचित कार्यकारी निकाय द्वारा लिए गए फैसले पूरी तरह से नियमों के खिलाफ हैं और WFI के प्रावधानों और नेशनल स्पोर्ट्स डेवलेपमेंट कोड का उल्लंघन हैं। इन फैसलों से नए अध्यक्ष की मनमानी दिखाई देती है, जो सिद्धांतों के खिलाफ है और पारदर्शिता से रहित हैं। निष्पक्ष खेल, पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए नियमों का पालन महत्वपूर्ण है। एथलीटों, हितधारकों और जनता के बीच विश्वास बनाना महत्वपूर्ण है।

ये था मामला

21 दिसंबर को हुए भारतीय कुश्ती संघ के चुनाव में बृजभूषण सिंह के करीबी संजय कुमार सिंह को जीत मिली थी। संजय सिंह का मुकाबला कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकी अनिता श्योराण से था। अनिता श्योराण महिला पहलवानों के यौन शोषण मामले में बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ गवाह भी हैं। उन्हें बृजभूषण के खिलाफ धरना देने वाले पहलवानों का समर्थन था। WFI के कुल 15 पदों पर चुनाव हुए। अध्यक्ष पद के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष के 4 पदों, महासचिव, कोषाध्यक्ष, संयुक्त सचिव के 2 पदों और 5 कार्यकारी सदस्यों का चुनाव हुआ।

चुनाव की प्रक्रिया इस साल जुलाई में शुरू हुई थी, लेकिन कोर्ट केस के कारण ये चुनाव टल गया। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने इस चुनाव पर पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट की ओर से लगाई गई रोक को रद्द किया और इसके बाद चुनाव की तारीख का ऐलान हो पाया। अब 21 दिसंबर को चुनाव हुआ और इसके नतीजे बृजभूषण खेमे के पक्ष में आए। अध्यक्ष पद के चुनाव में संजय सिंह ने अनिता श्योराण को 33 वोटों से मात दी। संजय सिंह को 40 वोट मिले, जबकि अनिता श्योराण को मात्र 7 वोट मिले।

12 साल तक अध्यक्ष थे बृजभूषण

भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद पर पिछले 12 साल से बृजभूषण शरण सिंह थे। साल 2011 से लगातार तीन बार वो कुश्ती संघ के अध्यक्ष चुने गए। बृजभूषण शरण सिंह के अध्यक्ष रहने के दौरान ही देश के कई पहलवानों ने उनके खिलाफ आंदोलन किया था। बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोप लगाए गए थे।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com